The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyricsl
The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyricsl
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
माथे पे चन्द्र सोहे अंगो पे विभूति लगाये
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम, नील कंठ को कोटि प्रणाम
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। Shiv chaisa जरे सुरासुर भये विहाला॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ